नताली एन हॉलोवे
अमेरिकन मीडिया का सबसे चर्चित केस
21 अक्टूबर 1986 को जन्मी अमेरिकन लड़की नताली एन हॉलोवे जो तलाकशुदा माँ-बाप की सन्तान थी, उसने अल्बामा के माउंटेन ब्रूक हाई स्कूल से 2005 में अपना हाई स्कूल पास किया और इस ख़ुशी में नताली और उसके 100 से ज्यादा दोस्तों ने पाँच दिन की ट्रिप पर अरूबा जाने का फैसला किया! अरूबा में नताली 17 साल के एक डच लड़के जोरन वेण्डर स्लूट से मिली, 30 मई 2005 को दोनों ने काफी शराब पी और दोनों कार से कहीं चले गए और जब नताली ट्रिप पर नहीं पहुँची तो उसके दोस्तों ने पुलिस को सूचित किया।
जब पुलिस वेण्डर स्लूट से नताली के बारे में पूछने उसके घर गई तो उसने कहा कि वो नताली नाम की किसी लड़की को नहीं जानता,जब पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और नताली के दोस्तों ने गवाही दी कि उन्होंने आखरी बार नताली को वेण्डर स्लूट के साथ जाते देखा था तब वेण्डर ने बताया कि उसने अपने दोस्तों दीपक कल्पोए और सतीश कल्पोए के साथ नताली को मर्रिएट होटल के पास केलिफोर्निया लाइटहॉउस इलाके के आर्शी बीच पर छोड़ दिया था, क्योंकि वो व्हेल देखना चाहती थी । उसके बाद नताली कहाँ गई उसे नहीं पता।
पुलिस ने आर्शी बीच पर काफी छानबीन की लेकिन कुछ भी हाथ नहीं लगा ,यहाँ तक की सैटेलाइट से भी बीच की कई फोटो ली गई लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। एक तरफ नताली के माँ -बाप उसे ढूँढने के लिए पुलिस पर दबाव बना रहे थे और दूसरी तरफ ये मामला मिडिया ने काफी उछाल दिया इस वजह से इसे निपटाना और नताली को खोजना पुलिस की प्रतिष्ठा का सवाल बन गया। पुलिस ने नताली के बारे में कोई भी जानकारी देने वाले को 20 हज़ार डॉलर का इनाम देने की घोषणा की ,लेकिन तब भी कोई सुराग नहीं मिला ,अब पुलिस ने इनाम की रकम बढ़ा कर 1 लाख डॉलर कर दी लेकिन नतीजा वही सिफर रहा।
पुलिस ने कई गिरफ्तारियाँ भी की इनमे सबसे पहले 2005 में बीच के पास अधनिर्मित होटल एलेग्रो के निक जॉन और अब्राहम जॉन नामक सिक्योरिटी गार्ड को गिरफ्तार किया गया लेकिन इसकी कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई ऐसा माना जाता है कि ऐसा पुलिस ने वन्डर स्लूट के ब्यान के आधार पर किया था लेकिन जब जॉन भाइयों के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला तो उन्हें छोड़ दिया गया।
मिडिया के निरंतर बढ़ रहे दबाव की वजह से पुलिस को वेण्डर स्लूट और उसके दोनों दोस्तों को फिर से गिरफ्तार करना पड़ा लेकिन ठोस सबूत के अभाव में या स्लूट के अमीर परिवार के प्रभाव में उन तीनो को फिर से छोड़ दिया गया। जब पुलिस ने उन्हें छोड़ा तो मीडिया ने काफी हो -हल्ला किया और नताली की माँ ने उन तीनो पर नताली के साथ सामूहिक बलात्कार करके उसे गायब करने का आरोप लगाते हुए उन्हें फिर से गिरफ्तार करने की माँग की।
इस बीच पुलिस के एक सीक्रेट एजेंट ने स्लूट को अपनी बातों में फँसा कर नशे में सच उगलवाने की कोशिश की और वो कामयाब भी रहा लेकिन स्लूट के वकील ने इस सबूत को आधारहीन बता कर स्लूट को फिर बचा लिया।
लेकिन 30 मई 2010 को 21 साल की स्टेफ़नी तातियाना रमिरेज़ की पेरू में हत्या के आरोप में वेण्डर स्लूट को गिरफ्तार कर लिया गया और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। माना जा रहा है कि स्टेफ़नी नातिया के गायब होने के बारे में कुछ जानती थी इसलिए उसकी ह्त्या हुई। स्लूट को इस ह्त्या के लिए 28 साल की कारावास की सज़ा सुनाई गई।
नताली केस की ताज़ा खबर के अनुसार मार्च 2015 में 59 साल के जुरियन डे जोंग ने नताली के बाप होलोवे को खबर दी कि उसने स्लूट को बीच के पास एक अर्धनिर्मित होटल में नताली को मार कर गाड़ते हुए देखा था लेकिन जुरियन पुलिस के पास नहीं जाना चाहता और न ही मिडिया में अपना बयान देना चाहता है क्योंकि वो एक ड्रग बेचने वाला है और 30 मई 2005 को भी वो ड्रग सप्लाई करने ही वारदात वाली जगह पर गया था।
लेकिन नताली की मौत के 10 साल बाद भी उसकी मौत का राज पुलिस सुलझा नहीं पाई है! हो सकता है निकट भविष्य में ये मामला सुलझ जाए, लेकिन क्या अमेरिका जैसे समृद्ध देश में भी इन्साफ के लिए इतना लम्बा इंतज़ार करना पड़ता है ?