Get it on Google Play
Download on the App Store

हनुमान

युद्ध के पहले दिन जब दिन समाप्त होने वाला था रावण लंका के सबसे ऊँचे शिखर पर से देखने गया तो उसने देखा की उसकी सेना बंदरों और भालूओं से पराजित हो रही है | हनुमान ने रावण को वहां खड़े देख लिया और एक लम्बी छलांग लगा राक्षस राज के सर पर जा बैठे |

एक बार वह रावण के सर पर चढ़ गए तो हनुमान उनके दस सरों पर नाचने लगे और मुकुट को नीचे फ़ेंक दिया | इस घटना को देख रावण की सेना हैरान रह गयी और शर्म से सबने सर झुका लिए | दूसरी तरफ वानरों और भालुओं की सेना जोर से खुशियाँ मनाने लगी | 

रावण के सर पर नाचने का ये प्रयास हनुमान ने राक्षस राजा और उसकी सेना को हताश करने के लिए किया था | इसके फलस्वरूप रावण की सेना के राक्षसों का मनोबल कम हो गया | इस  नकरात्मक सोच का वानरों और भालुओं की सेना ने फायदा उठाया और अंत में रावण की सेना को हार का सामना करना पड़ा |