अंजना का जन्म
ऐसा कहा जाता है की अहिल्या के तीन बच्चे थे | क्यूंकि गौतम ऋषि को उनकी पैदाईश पर शक था इसलिए उन्होंने तीनों बच्चों को वानर बना दिया | उनमें पुत्री थी अंजना हनुमान की माँ और बेटे थे बलि और सुग्रीव | बाकि जगहों पर कहा जाता है की अहिल्या ने अपनी बेटी को राज़ न छुपा पाने के कारण श्रापित कर बन्दर में परिवर्तित कर दिया जबकि पुत्रों को गौतम ऋषि ने श्रापित किया था | वह राज़ उस घटना से जुड़ा है जिसमें अहिल्या ने भगवान इंद्र (जो की गौतम ऋषि के रूप में आये थे ) के साथ रात बितायी थी|