ढूँढने वाला सितारों की गुज़रगाहों का अपने अफ़कार[1] की दुनिया में सफ़र कर न सका अपनी हिकमत[2] के ख़मो-पेच[3] में उलझा ऐसे आज तक फ़ैसला-ए-नफा-ओ-ज़रर[4]कर न सका जिसने सूरज की शुआओं[5] को गिरफ़्तार किया ज़िन्दगी की शबे-तारीक[6]सहन कर न सका