अरब-ईरानी शासन (711-715 ई.)
इन सब के पतन के बाद भारत का पश्चिमी छोर थोडा कमज़ोर पड़ गया |712 इसवी में मोहम्मद बिन कासिम ने बलूचिस्तान पर कब्ज़ा कर सिंध की तरफ अपना रुख किया |सिंध के राजा को मारकर उसने पंजाब और मुल्तान पर फतह हासिल की |714 में कासिम को वापस बुला लिया गया | उसके जाने के बाद भारत के कई राजाओं ने दुबारा अपना शासन स्थापित किया | लेकिन सिंध के राज्यपाल जुनैद ने वहां और उसके आसपास के इलाकों को अपने कब्ज़े से जाना नहीं दिया |उसने भारत के अन्य क्षेत्रों में कब्ज़ा करने की बेहद कोशिश की लेकिन वह असफल रहा |