बिरसा मुंडा
उनकी रानी का साम्राज्य ख़त्म करो और अपना साम्राज्य स्थापित करो की पुकार आज भी उड़ीसा , मध्य प्रदेश , पश्चिम बंगाल और बिहार के आदिवासी क्षेत्रों में याद की जाती है |उन्हें ३ मार्च १९०० को अपनी सेना के साथ जम्कपोई जंगल से गिरफ्तार कर लिया गया | ४६० लोगों को पकड़ा गया था जिनमें से एक को फांसी , ३९ को देश निकाला और २३ को १४ साल की जेल हुई | बिरसा मुंडा की उसी साल ९ जून को रांची की जेल में कॉलरा से मौत हो गयी |