खोटी शान
एक राज्य में एक राजकुमार था जो जल्द ही राजा का पद संभालने वाला था | वह अक्सर अपने राज्य में वेश बदलकर घुमा करता था | एक दिन वह एक गांव के खेत में पहुंच गया वह अपने महल से काफी दूर आ गया था |
उसका हाल प्यास और भूख से बहुत बुरा हो गया था | तब वह पानी और खाने के तलाश में गुजर रहा था तब उसे एक खेत में बेर और पेड़ मिला जिसपर एक प्यारी सी लड़की डाली पर बैठकर आराम फरमा रही थी |
लड़की ने उसका बुरा हाल देखकर उसे पानी और खाना परोसा | लड़की के हाथों से लिए बैर उसे बहुत पसंद आये , वह पहली बार बेर से परिचित हुवा था | लड़की के पिता ने उसे कुटिया के बाहर सोने की अनुमति दी | दूसरे दिन जब राजकुमार राहत महसूस कर रहा था तब किसान ने उसे खाने के साथ विदा कर दिया | राजकुमार बहुत अहसानमंद महसूस कर रहा था | उसे उस प्यारी लड़की की याद आती रहती थी | एक दिन राजकुमार अपने असली रूप में कुछ सैनिक लेकर उस किसान के पास पंहुचा और सारी हकीकत बताकर , उसने उसके बेटी से विवाह करने की इच्छा प्रगट की | किसान बहुत खुश हो गया था , उसने कभी नहीं सोचा था के उसे इतना अच्छा दामाद मिल सकता है |
शादी होने के बाद राजकुमार राजा बन गया | वह पत्नी के साथ खुश था | लेकिन रानी हमेशा चाहती थी के राजा उसे गांव की गवार न समझे , इसके लिए वह शालीनता से व्यवहार कराती थी | एक बार राजा ने सोचा के रानी के साथ बाहर घूमने चले जाते है | दोनों बाहर घूमने गए थे तब रानी एक पेड़ पर नजर आये पेड़ के बेर को देखकर राजा से कहती है ! " हे राजन , ये कोनसा पेड़ है जिसपर ये अजीब से फल लगे हुवे है |
राजा को बहुत ग़ुस्सा आया , उसने रानी को वापस अपने पिता के घर पहुंचा दिया | तब रानी को बहुत पछतावा हुवा | उसने राजा से माफ़ी मांगी , तब राजा ने कहा उसने उससे इस लिए विवाह किया था क्योंकि उसे उसके हाथ से लिए हुवे बेर बहुत पसंद आये थे | इसके अलावा उसकी सादगी और प्यारी अदा उसको भा गयी थी | लेकिन अब वह रानी जूठा व्यवहार और केवल दिखावा करने लगी थी जो किसीको भी प्रभावित नहीं कर सकता | यह कहकर राजा ने राणी को माफ़ करके वापस राजमहल लाया | फिर वह वापस ख़ुशी ख़ुशी रहने लगे |