गरुड़ घंटी
घर और मंदिरों में घंटी द्वार पर लगाना आम बात है | लेकिन घंटियों के भी कई प्रकार होते हैं |
• गरूड़ घंटी : गरूड़ घंटी छोटी-सी होती है जिसे एक हाथ से बजाया जा सकता है।
• द्वार घंटी : यह द्वार पर लटकी होती है। यह बड़ी और छोटी दोनों ही आकार की होती है।
• हाथ घंटी : पीतल की ठोस एक गोल प्लेट की तरह होती है जिसको लकड़ी के एक गद्दे से ठोककर बजाते हैं।
• घंटा : यह बहुत बड़ा होता है। कम से कम 5 फुट लंबा और चौड़ा। इसको बजाने के बाद आवाज कई किलोमीटर तक चली जाती है।
गरुड़ घंटी हिन्दू ,जैन और बौधिक धर्मों में काफी मन से इस्तेमाल होती है |