भूमिका
आज से 1255 वर्ष पहले तक अखंड भारत की सीमा में अफगानिस्तान, पाकिस्तान, नेपाल, तिब्बत, भूटान, बांग्लादेश, बर्मा, इंडोनेशिया, कंबोडिया, वियतनाम, मलेशिया, जावा, सुमात्रा, मालदीव और अन्य कई छोटे-बड़े क्षेत्र हुआ करते थे। हालांकि सभी क्षेत्र के राजा अलग अलग होते थे लेकिन कहलाते थे सभी भारतीय जनपद। आज इस संपूर्ण क्षेत्र को अखंड भारत कहा जाता है। आज जिसे हम भारत कहते हैं, दरअसल उसका नाम हिन्दुस्तान है, जहां इंडियन लोग रहते हैं। पहले यह खाली भारत ही था। जाति, भाषा, प्रांत और धर्म के नाम पर अखंड भारत को खंड-खंड कर दिया गया है । हम आपको बताएंगे ऐसे 11 बड़े संघर्ष के बारे में जिनके कारण अखंड भारत नष्ट हो गया है |
ऐसा माना जाता है कि प्राचीनकाल में देवता और असुरों के बीच युद्ध होता था। एक और जहां देवताओं की राजधानी को इंद्रलोक कहा जाता था तो दूसरी ओर असुरों की राजधानी पाताल में थी। हिमालय के किसी क्षेत्र में इंद्रलोक हुआ करता था। हर कोई इंद्र के पद पर बैठना चाहता था। संपूर्ण भारतवर्ष पर देव संस्कृति का ही शासन था। देवता और असुरों में 12 बार संपूर्ण धरती पर शासन को लेकर युद्ध हुआ जिसे देवासुर संग्राम कहा जाता है। इंद्र एक पद था, किसी देवता का नाम नहीं। द्वापर युग तक इतने देव इंद्र पद पर बैठ चुके हैं- यज्न, विपस्चित, शीबि, विधु, मनोजव, पुरंदर, बाली, अद्भुत, शांति, विश, रितुधाम, देवास्पति और सुचि। हालांकि देवताओं के अधिपति को हराने वाले बहुत हुए हैं जैसे मेघनाद, रावण आदि। देवासुर संग्रामों का परिणाम यह रहा कि असुरों और सुरों ने धरती पर भिन्न-भिन्न संस्कृतियों और धर्मों को जन्म दिया और धरती को आपस में बांट लिया। इन संघर्षों में देवता हमेशा कमजोर ही सिद्ध हुए और असुर ताकतवर।
इस दौर में हैहय-परशुराम के बीच युद्ध की चर्चा मिलती है। इसके बाद राम-रावण युद्ध हुआ। राम के जन्म को हुए 7,129 वर्ष हो चुके हैं। राम का जन्म 5,114 ईस्वी पूर्व हुआ था। राम और रावण का युद्ध 5076 ईसा पूर्व हुआ था यानी आज से 7090 वर्ष पूर्व। तब भगवान राम 38 वर्ष के थे। यह युद्ध 72 दिन चला था।राम-रावण युद्ध के बाद दस राज्य का युद्ध हुआ। इस युद्ध की चर्चा ऋग्वेद में मिलती है। यह रामायणकाल की बात है। दसराज्य युद्ध त्रेतायुग के अंत में लड़ा गया। माना जाता है कि राम-रावण युद्ध के 150 वर्ष बाद यह युद्ध हुआ था। ऋग्वेद के 7वें मंडल में इस युद्ध का वर्णन मिलता है।
दसराज्य युद्ध के बाद सबसे बड़ा युद्ध हुआ महाभारत युद्ध। कुरुक्षेत्र में पांडवों और कौरवों के बीच आज से 5000 वर्ष पूर्व महाभारत युद्ध हुआ था। 18 दिन तक चले इस युद्ध में भगवान कृष्ण ने गीता का उपदेश अर्जुन को दिया था। कृष्ण का जन्म 3112 ईसा पूर्व (अर्थात आज से 5121 वर्ष पूर्व) हुआ। महाभारत का युद्ध 22 नवंबर 3067 ईसा पूर्व को हुआ था। उस वक्त भगवान कृष्ण 55-56 वर्ष के थे।
इस युद्ध का सबसे भयानक अंजाम हुआ। धर्म और संस्कृति का नाश हो गया। लाखों लोग मारे गए, उसी तरह लाखों महिलाएं विधवाएं हो गईं और उतने ही अनाथ। बस यहीं से भारत की दशा और दिशा बदल गई। इस युद्ध के बाद अखंड भारत बिखरने लगा... नए धर्म और संस्कृतियों का जन्म होने लगा और धीरे-धीरे सब कुछ बदल गया। आओ जानते हैं कौनसे हैं ऐसे युद्ध जिन्होंने अखंड भारत के नक्शे को बदलना शुरू कर दिया। भारत का भाग्य यहीं से बदलने लगा।