अमलतास
आयुर्वेद में इसे स्वर्ण वृक्ष कहते हैं। इसके फूल मार्च, अप्रैल और मई माह में खिलते हैं, जो की पीले होते हैं। लंबे-पतले डंठलों पर लटकने वाले पीले फूल और गोल कलिकाएं कानों में लटकने वाले बूंदों के समान दिखाई देती हैं। पीले सुनहरी फूलों से लदा हुआ यह वृक्ष घर-आंगन को सुकून और समृद्धि से भर देता है।गर्मी की तेज धूप में उजले-पीले फूलों के लंबे झुमकों को अपने सिर पर मुकुट की तरह धारण करने वाला वृक्ष अमलतास अपने अद्भुत सौन्दर्य से सबका मन मोह लेता है। यह वृक्ष भारत और बर्मा (म्यांमार) के जंगलों में ज्यादा पाया जाता है। बारिश के मौसम में अमलतास पर फल भी आते हैं। अमलतास का गूदा पथरी, मधुमेह तथा दमे के लिए अचूक दवा के रूप में माना जाता है।