राम राजा नहीं भगवान
जब भी कोई अवतार जन्म लेता है तो उसके कुछ निशान होते हैं और उसके अवतार होने की गवाही देने वाला कोई होता है। राम ने जब जन्म लिया तो उनके चरणों में भी कमल के फूल अंकित थे, जैसा कि श्री कृष्ण के चरणों में थे। राम के साथ हनुमान जैसा सर्वशक्तिमान देवता को होना इस बात की सूचना है कि राम भगवान थे। रावण जैसा विद्वान और मायावी क्या एक सामान्य पुरुष के हाथों मारा जा सकता है? इन सबको छोड़ भी दें तो ब्रह्मर्षि वशिष्ठ और विश्वामित्र ने भी इस बात की पुष्टि की थी की राम सामान्य पुरुष नहीं, भगवान हैं और वह भी विष्णु के अवतार ।