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शनि के रत्न और उपरत्न

नीलम, नीलिमा, नीलमणि, जामुनिया, नीला कटेला, आदि शनि के रत्न और उपरत्न हैं। अच्छा रत्न शनिवार को पुष्य नक्षत्र में धारण करना चाहिये.इन रत्नों मे किसी भी रत्न को धारण करते ही चालीस प्रतिशत तक फ़ायदा मिल जाता है।

शनि देव 2

संकलित
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भारत में तीन चमत्कारिक शनि सिद्ध पीठ महाराष्ट्र का शिंगणापुर गांव का सिद्ध पीठ मध्यप्रदेश के ग्वालियर के पास शनिश्चरा मन्दिर उत्तर प्रदेश के कोशी के पास कौकिला वन में सिद्ध शनि देव का मन्दिर शनि की साढे साती शनि परमकल्याण की तरफ़ भेजता है काशी में शनिदेव ने तपस्या करने के बाद ग्रहत्व प्राप्त किया था शनि मंत्र शनि बीज मन्त्र शनि अष्टोत्तरशतनामावली शनि स्तोत्रम् शनि चालीसा शनिवज्रपञ्जर-कवचम् शनि संबंधी रोग शनि यंत्र विधान शनि के रत्न और उपरत्न शनि की जुड़ी बूटियां शनि सम्बन्धी व्यापार और नौकरी शनि सम्बन्धी दान पुण्य शनि सम्बन्धी वस्तुओं की दानोपचार विधि शनि ग्रह के द्वारा परेशान करने का कारण शनि मंत्र