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नारद का भगवान विष्णु को श्राप

शिवपुराण के अनुसार एक बार देव ऋषि नारद एक युवती पर मोहित हो गए। उस कन्या के स्वयंवर में वे भगवान विष्णु के रूप में पहुंचे, लेकिन भगवान की माया से उनका मुंह वानर के समान हो गया। भगवान विष्णु भी स्वयंवर में पहुंचे। उन्हें देखकर उस युवती ने भगवान का वरण कर लिया। यह देखकर नारद मुनि बहुत क्रोधित हुए और उन्होंने भगवान विष्णु को श्राप दिया कि जिस प्रकार तुमने मुझे स्त्री के लिए व्याकुल किया है। उसी प्रकार तुम भी स्त्री विरह का दु:ख भोगोगे। भगवान विष्णु ने राम अवतार में नारद मुनि के इस श्राप को पूरा किया । उन्होनें ये भी कहा की तुमने मुझे वानर मुख दिया है उस जन्म में वानर ही तुम्हारी सहायता करेंगे |

पुराणों के सबसे प्रसिद्द श्राप

हिंदी संपादक (विशेष लेखन)
Chapters
भूमिका युधिष्ठिर का स्त्री जाति को श्राप ऋषि किंदम का राजा पांडु को श्राप माण्डव्य ऋषि का यमराज को श्राप नंदी का रावण को श्राप कद्रू का अपने पुत्रों को श्राप उर्वशी का अर्जुन को श्राप तुलसी का भगवान विष्णु को श्राप श्रृंगी ऋषि का परीक्षित को श्राप राजा अनरण्य का रावण को श्राप परशुराम का कर्ण को श्राप तपस्विनी का रावण को श्राप गांधारी का श्रीकृष्ण को श्राप महर्षि वशिष्ठ का वसुओं को श्राप शूर्पणखा का रावण को श्राप ऋषियों का साम्ब को श्राप दक्ष का चंद्रमा को श्राप माया का रावण को श्राप शुक्राचार्य का राजा ययाति को श्राप ब्राह्मण दंपत्ति का राजा दशरथ को श्राप नंदी का ब्राह्मण कुल को श्राप नलकुबेर का रावण को श्राप श्रीकृष्ण का अश्वत्थामा को श्राप तुलसी का श्रीगणेश को श्राप नारद का भगवान विष्णु को श्राप गौतम का इंद्र और अहिल्या को श्राप