नवदुर्गा साधना
माता दुर्गा की इस सात्विक साधना को नवरात्रों में किया जाता है | नौ दुर्गा के स्वरूपों 1.शैलपुत्री, 2.ब्रह्मचारिणी, 3.चंद्रघंटा, 4.कुष्मांडा, 5.स्कंदमाता, 6.कात्यायनी, 7.कालरात्रि, 8.महागौरी और 9.सिद्धिदात्री के बारे में तो सब जानते हैं |
10 महाविद्या की साधनाएं :
दुर्गा माँ की एक सात्विक साधना होती है जिसे हम नवरात्री के दौरान करते हैं | नवरात्रे ख़तम होने के बाद गुप्त नवरात्री शुरू होते हैं जिनमें १० महाविद्याओं की साधना की जाती है | गुप्त नवरात्री खास तौर से तांत्रिक क्रियाएं, शक्ति साधना, महाकाल आदि से सम्बंधित लोगों के लिए विशेष महत्त्व रखती है |
गुप्त नवरात्रि की प्रमुख देवियां : गुप्त नवरात्र के दौरान तंत्र साधना के लिए १० महा विद्या :- 1.काली, 2.तारा, 3.त्रिपुरसुंदरी, 4.भुवनेश्वरी, 5.छिन्नमस्ता, 6.त्रिपुरभैरवी, 7.धूमावती, 8.बगलामुखी, 9.मातंगी और 10.कमला देवी की पूजा की जाती है | इनमें से किसी एक की साधना करने से देवी प्रसन्न हो सारी मनोकामनाएं पूर्ण करती है |
शास्त्रों में लिखा है की इन दस महाविद्या में से किसी एक की नित्य पूजा करने से बहुत समय से चल रही बीमारी , भूत-प्रेत, अकारण ही मानहानी, बुरी घटनाएं, गृहकलह, शनि का बुरा प्रभाव, बेरोजगारी, तनाव के प्रकोप से छुटकारा मिल सकता है | इन माताओं की साधना शीघ्र फलदायक है और कामना पूर्ती करती है |