आदि त्यौहार
हर साल आदि महीने के १८ दिन हजारों भक्त महालक्ष्मी मंदिर पहुँचते हैं ताकि वहां के पंडित उनके सर पर नारियल फोड़ सकें | कहते हैं की मंदिर के स्थान पर १८७ नारियल के आकार के पत्थर खोदे गए थे | अँगरेज़ वहां रेलवे ट्रैक बनाना चाहते थे और गांववाले इसके खिलाफ थे |
उनकी श्रद्धा को जांचने के लिए अंग्रेजों ने शर्त रखी की अगर वह इन नारियल को अपने सर पर फोड़ सकें तो रास्ता बदल दिया जाएगा | गाँव वाले सफल रहे और अंग्रेजों की हार हुई | डोक्टरों के मना करने पर भी आज भी इस परमपरा का पालन हो रहा है |
सूत्र :https://www.quora.com/What-are-some-bizarre-Indian-cultural-traditions-rituals