चूहों के लिए मंदिर
करनी माता मंदिर देशनोक में चूहों को पूजा जाता है | अगर कोई चूहा आपके पैर पर से गुज़र जाए तो इसको एक अच्छा शगुन मानते हैं | हजारों भूरे रंग के चूहों में सिर्फ ४ – ५ सफ़ेद चूहे देखने को मिलेंगे | ऐसा माना जाता है की ये सफ़ेद चूहे करनी माता और उनके रिश्तेदार हैं | अगर कोई चूहा मंदिर परिसर में मर जाता है तो उसको झट एक सोने या चाँदी के चूहे से बदल देना चाहिए |
इस मंदिर का निर्माण १९०० में महाराज गंगा सिंह ने चूहों की देवी करनी माता को इज्ज़त देने के लिए बनाया था | कथाओं के मुताबिक करनी माता ने यम से गुहार की वह उनके एक साथी को जीवन दान दे दें | उनके मना करने पर उन्होनें यम से वादा लिया की वह लड़का और अन्य साथी अगले जन्म में चूहे बन के पैदा होंगे | तब से यहाँ चूहों की मान्यता होगई है |