
दास कहावन कठिन है, मै दासन का दास । अब तो ऐसा हो रहा, पांव तले की घास ।। (UNK)
Bijay Mehta
दास कहावन कठिन है, मै दासन का दास । अब तो ऐसा हो रहा, पांव तले की घास ।। अर्थात :- दास कहलाना बहुत कठिन है क्योंकि दास कहलाने के लिए बहुत ही बिनम्र होना पड़ता है और मै दासो का दास हू । अर्थात जो दास है मै उनका दास हुॅ । अब मै ऐसा अहंकार रहित बनकर रहूंगा जैसे पैर के नीचे की घास ।READ ON NEW WEBSITE