कुम्भकरण
रावण का भाई कुम्भकरण 6 महीने सोता था | जब वह ब्रह्मा से वरदान में इन्द्रासन मांगने गया तो सरस्वती उसकी जुबान पर बैठ गयी | इन्द्रासन के बजे उसने निद्रासन मांग लिया | 6 महीन बाद वह 1 दिन के लिए उठता था खाना खा कर फिर सो जाता था |युद्ध के दौरान उसे बड़ी कठिनाई से जगाया गया | उसने विरोधी गुट में हंगामा मचा दिया | बड़ी ही कठिनाई से राम ने उसको युद्ध के लिए ललकारा और फिर उसको मौत के घाट उतार दिया |