चौथा सुराग
ऐसा पता चलता है की वह औरत कई नामों से नॉर्वे के अलग अलग होटल में रुकी थी | और क्यूंकि हर स्थान पर उसे अपना पहचान पात्र दिखाना ज़रूरी था इसलिए उसके पास कई फर्जी पासपोर्ट भी थे | होटल नेप्टुन की एक वेट्रेस अल्व्ह्लिद रंग्निस उस औरत की फैशन स्टाइल से बहुत प्रबहवित हुई थी | रंग्निस ने उसे दो जर्मन नेवी अफसरों के साथ खाना खाते देखा था जिसमें से एक काफी बड़ी पोस्ट पर था |
ऐसा पता चलता है की वह औरत जर्मन में भी बात कर लेती थी | उसको बार बार कमरे बदलने की आदत थी और एक बार तो उसने अपना कमरा तीन बार बदलवाया था |