Get it on Google Play
Download on the App Store

पिता का वरदान

देवव्रत जब सत्यवती को राजा शांतनु के पास लेकर जाते हैं तो उनकी प्रसन्नता का कोई ठिकाना नहीं रहता | वह उनसे कहते हैं की आज तुमने पिता भक्ति की मिसाल कायम कर दी | में तुम्हें इच्छा मृत्यु का वरदान देता हूँ | यही नहीं उन्हें देवव्रत को भीष्म नाम दे दिया और कहा आज से तुम्हारी इस प्रतिज्ञा को भीष्म प्रतिज्ञा नाम से ख्याति प्राप्त होगी |