अश्वत्थामा के होने के सबूत
• घटना १
एक दशक पहले की बात है की एक रेलवे का कर्मचारी छुट्टी ले कर नवसारी गुजरात के जंगलों में घूम रहा था | वहां उसकी मुलाकात एक 12 फीट के आदमी से हुई जिसके सर में एक चोट लगी थी | उसने बातचीत में ये बताया की भीम उससे बहुत ज्यादा लम्बा था |
•घटना २
११९२ में पृथ्वीराज चौहान मुहम्मद गौरी से युद्ध में हार गए तो वह जंगल की ओर निकल पड़े जहाँ उनकी मुलाकात एक बेहद वृद्ध व्यक्ति से हुई जिसके सर पर चोट का निशान था | पृथ्वीराज क्यूंकि खुद एक बेहद बेहतरीन चिकित्सक थे तो उन्होनें व्यक्ति की चोट ठीक करने की बात कही | लेकिन एक हफ्ते की दवाई के बाद भी चोट में कोई फायदा नज़र नहीं आया तो पृथ्वीराज ने व्यक्ति से पुछा की क्या वह अश्वतथामा हैं | उस व्यक्ति ने हाँ में जवाब दिया और वहां से चला गया | इस घटना का ब्यौरा पृथ्वीराज रासो में दिया गया है |
•घटना ३
मध्य प्रदेश के एक वैद्य के पास एक व्यक्ति इलाज करवाने आया और उसके सर पर गहरी चोट थी | कई बार पत्ती करने के बावजूद भी इस चोट से खून निकल रहा था | इस पर डॉक्टर ने हँसते हुए मजाक में कहा “तुम्हारी चोट तो ला इलाज लगती है | कहीं तुम अश्वतथामा तो नहीं” | जब वह एक बार और दवाई लगाने के लिए मुड़ा तो वह व्यक्ति गायब था |
•घटना ४
कई लोगों ने बताया है की उन्होनें एक सर पर चोट लगे व्यक्ति को नर्मदा नदी के आस पास घूमते देखा है | उस व्यक्ति का कद बहुत ज्यादा था और उसके आस पास मक्खियाँ भिन भिना रही थीं |