जॉन राफेल और टावर पेड़
बिर्मिंघम , इंग्लैंड के पीटर हुम को १६४६ में स्कॉटिश सीमा पर अपनी सैनिक के पद पर तैनाती को लेकर ज़िन्दगी से जुड़े सपने आने लगे | वह क्रोम्वेल्ल की सेना का सैनिक था और उसका नाम जॉन राफेल था | सम्मोहन करने पर हुम ने अन्य स्थान और विवरण याद किये | जो जगहें उसे याद आने लगी थीं वह अपने भाई के साथ उन जगहों पर जाने लगा और उसे कई ऐसी वस्तुएं मिली जिनका इस्तेमाल उस ज़माने में होता था जैसे हॉर्स स्पर्स |
एक गाँव की इतिहासकार की मदद से उसने एक चर्च की जानकारी का खुलासा किया – उसने बताया की इस चर्च के पास एक टावर होता था जिसके नीचे एक येव का पेड़ था | ये जानकारी सार्वजानिक नहीं थी और इसलिए इतिहासकार हैरान थी की हुम को इस बारे में पता है – चर्च टावर को १६७६ में तोड़ दिया गया था | स्थानीय जानकारी के हिसाब से जॉन राफेल ने चर्च में शादी की थी | एक गृहयुद्ध इतिहासकार रोनाल्ड हट्टन ने इस मामले की जांच की और सम्मोहन के माध्यम से हुम से उस सदी के कुछ सवाल पूछे | हट्टन को पूर्ण रूप से विश्वास नहीं हो पाया की हुम अपने पिछले जन्म के समय की ज्यादा जानकारी रखता था , क्यूंकि वह काफी सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया |