पश्चिमी सभ्यता में पुनर्जन्म
पिछले कई दशकों में पश्चिम में कई लोगों ने पुनर्जन्म के विषय में रूचि दिखाई है | लोकप्रिय किताबें जैसे द रीन्कार्नाशन ऑफ़ पीटर प्राउड , डेड अगेन , कुंडून , फ्लूक , व्हाट ड्रीम्स मई बिकम,द मम्मी,बिर्थ ,चांसेस आर और क्लाउड एटलस और समकालीन लेखक जैसे कैरोल बोमन और विक्की मच्केंज़ी की किताबें पर आधारित फिल्में और कई लोकप्रिय गाने पुनर्जन्म पर आधारित हैं |
शंकालू कार्ल सगन ने दलाई लामा से पुछा की वह क्या करेंगे अगर उनके धर्म के एक मौलिक सिद्धांत (पुनर्जन्म) को विज्ञान नामंजूर कर देता है | दलाई लामा ने जवाब दिया “ अगर विज्ञान पुनर्जन्म को नामंजूर कर देता है तो तिब्बती बौध धर्म भी पुनर्जन्म को त्याग देगा .....पर पुनर्जन्म को नामंजूर करना बहुत मुश्किल होने वाला है” |
इआन स्टीवेंसन ने ये बताया है की ईसाई धर्म और इस्लाम को छोड़ अन्य सभी प्रमुख धर्मो के लोग पुनर्जन्म में विश्वास रखते हैं | इसके इलावा पश्चिमी देशों के २० से ३० प्रतिशत लोग जो ईसाई धर्म के हैं वह भी पुनर्जन्म में विश्वास रखते हैं |