Get it on Google Play
Download on the App Store

गौतम बुद्ध

बुद्ध ने बहुत कम आयु में अपने परिवार को छोड़ अहिंसा के पथ पर अपना कदम रख दिया था |बुद्ध हमेशा से हिंसा के खिलाफ रहे | एक बार उनकी पत्नी ने उनसे पुछा की मेरे साथ रहकर क्या आप वो हासिल नहीं कर सकते थे जो अभी किया तो उन्होनें कहा हो सकता तह लेकिन भटके बिना कुछ भी हासिल नहीं होता |कौशाम्बी राज्य की महारानी बुद्ध से नफरत करती थी और बार बार उनका निरादर करती थी | ऐसे में आनंद ने एक दिन बुद्ध से कहा की क्यूँ न हम ये स्थान त्याग दें | तब बुद्ध ने उन्हें समझाया की पलायन कर मुसीबत से बचने की कोशिश करना गलत है | जब तक हो सके अपने जीवन में आई तकलीफ का डट कर सामना करना चाहिए |