भोले भले पंडितजी (Hindi)
कहानीबाज
एक गाँव में एक ग़रीब आदमी रहता था । उसका इकलौता लड़का विवाह के लायक हो गया था। लेकिन उसके ज़मीन-जायदाद कुछ न थी। इसलिए उसका विवाह न हो रहा था। जैसे-जैसे दिन बीतते गए, लड़के के माँ बाप उस चिंता से घुलने लगे। एक दिन वे गाँव के एक पण्डित जी के घर गए और हाथ जोड़ कर जो ख उसकी वजाह से उस लडके के जीवन मे क्या हुं यह वर्णन किया है|READ ON NEW WEBSITE