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छत्तीसगढ़ महतारी

भात संग पताल चटनी
अऊ सरसोंभाजी साग
छत्तीसगढ़ के महमहाथे
अंगाकर रोटी , मुठीया
पपची , बैचांदी के पाग ।

चीला , फरा कस गुरतुर
गुरतुर दाई बबा के मया
आलूकांदा , सकरकांदा
कोचई सुकसी के झोर
मुनगाभाजी गदबदगदबद ।

डुबकी कढ़ी के सवाद
कहां पाबे रे भईया
अईसन मीठ गोठ-बात
छत्तीसगढ़ी गोठीयाले
मोर संगवारी तैं ह आज ।

- हितेंद्र कोंडागंया
9131220469
सहायक शिक्षक
बालक आश्रम करियाकांटा
कोंडागांव, छत्तीसगढ़
पिनकोड : - 494226

हिंदी कविता

हितेंद्र कोंडागंया
Chapters
पेपर मा की बातें बुद्ध पूर्णिमा मातृ पितृ छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ महतारी