पहला अध्याय
यह उपपन्यास पूर्णतः काल्पनिक है और इसमें प्रस्तुत किरदार मात्र एक संबोधन करने के लिए उपयोग किए गए है इस उपपन्यास मैं उपयोग किए गए शब्द कोस मैं कई सत्य और कुछ असत्य शब्दो का उपयोग किया गया हैं
यह उपन्न्यास किसी भी धार्मिक व्यक्तियों के मन को ठेस पहुंचने का कार्य नही करती है।
सौरभ कुमार"