श्री शनिदेव की पूजा क्यों, कैसे करे और कब करे?
सभी धर्मो के स्त्री / पुरुष श्री शनिदेव की स्वयं मूर्ति का दूर से दर्शन लेते है |
अगर आपकी राशि में शनि आ रहा हो तो,
अगर आप साढ़े साती से ग्रस्त हो तो,
यदि आपकी शनि दृष्टि से त्रस्त एवं पीडित हो,
यदि आप कारखाना , लोहे से सम्बद्ध उद्योग , टँव्हल , ट्रक , ट्रांसपोर्ट , तेल , पेट्रोलियम , मेडिकल , प्रेस , कोर्ट कचहरी , संबधित हो,
यदि आप कोई भी अच्छा कार्य करते हो तो,
यदि आपका पेशा वाणिज्य, कारोबार में क्षति घाटा परेशानी आपत्तियां आ रही हो तो ,
अगर आप असाध्य रोग कॅन्सर , एड्स , कुष्ठरोग , किडनी , लकवा , साईटिका , ह्र्दय रोग , मधुमेह , खाजखुजली जैसे त्वचा रोगसे त्रस्त तथा पीड़ित हो , तो आप श्री शनिदेव का पूजन , अभिषेक अवश्य कीजिए |
सर से टोपी अदि निकालकर ही दर्शन करे |
जिस भक्त के घर में प्रसूति सूतक या रजो दर्शन हो वह दर्शन नहीं करता |