क्नायिट्स ब्रिज रॉबरी
वरेलियो विक्की इटली से इंग्लैंड सिर्फ इसी चोरी को अंजाम देने आया था |उनका इरादा था पहले वहां का एक ग्राहक बन कर सेफ डिपाजिट वहां खोलना | 27 जुलाई 1987 को उसने बैंक के सभी कर्मचारियों को बंदी बना लिया |उसके बाद उन्होने $60 मिलियन की चोरी की | अगर वह अपनी फेरारी लेने वापस नहीं आता तो शायद कभी पकड़ा भी नहीं जाता |