भूमिका
शास्त्रों के अनुसार मनुष्य जीवन के लिए कुछ आवश्यक नियम बनाए गए हैं जिनका पालन करना हमारे लिए बेहद ज़रूरी माना गया है। मनुष्य जीवन में हर व्यक्ति को अनिवार्य रूप से इन सोलह संस्कारों का पालन करना चाहिए। यह संस्कार व्यक्ति के जन्म से मृत्यु तक अलग-अलग समय पर किए जाते हैं।
प्राचीन काल से इन सोलह संस्कारों के निर्वाहन की परंपरा चली आ रही है। हर संस्कार का अपना एक अलग महत्व है। जो व्यक्ति इन सोलह संस्कारों का निर्वाहन नहीं करता है उसका जीवन अधूरा माना जाता है।