प्राकृतिक महत्त्व और श्राद्ध से सम्बन्ध
भारत में श्राद्ध काल मनाया जाता है जहाँ लोग अपने पूर्वजों को याद कर मंदिरों और गरीबों को खाना इत्यादि दान करते हैं | ये ठीक बारिश के मौसम के बाद आता है | ऐसे समय में शरीर का पीत बढ़ जाता है | इसका अनुपात ठीक करने के लिए पुराने समय में पंडित खीर खाते थे | लेकिन १० दिन तक खीर खाने के बाद उसे पचाने के लिए पंडित अगले ९ दिनों तक व्रत रखते थे | |