चाणक्य
हे बुद्धिमान लोगों ! अपना धन उन्ही को दो जो उसके योग्य हों और किसी को नहीं. बादलों के द्वारा लिया गया समुद्र का जल हमेशा मीठा होता है.
चाणक्य , एक महान शिक्षक , राजनितिक , देशभक्त ,ज्ञानी और धर्मशास्त्री थे और उनको भारत और पश्चिमी समाज के विद्वान बेमिसाल मानते थे | उन्हें भारत में राजनीति और धर्म को नियंत्रित करने का श्रेय दिया जाता है | वह राजकीय घरानों के कई बड़े सदस्यों और राजाओं के शिक्षक थे | वह उन महान हस्तियों में से हैं जिन्होनें काफी उतार चड़ाव और सामाजिक – राजनितिक बदलावों के बीच भारत को एक दिशा दी |
चाणक्य की किताबें
अर्थशास्त्र :
जब चाणक्य ने अर्थशास्त्र लिखी तब देश को सिमित अर्थव्यवस्था और सामन्तवाद जैसी परेशानियों ने घेर रखा था | संस्कृति और स्थानीय राजनीती व्यापार और व्यवसाय के रिश्तों का फैसला करती थी | चाणक्य ने कृषि को अर्थव्यवस्था का सबसे अहम पहलु माना और आज भारत की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख हिस्सा है |
चाणक्य निति : इस किताब में श्लोकों के माध्यम से चाणक्य ने अपने ज्ञान को लोगों तक पहुंचाया है | नीतिशास्त्र जिंदगी जीने का आदर्श तरीका बताता है | उन्होनें देश भर की समस्याओ को जड़ से ख़तम करने की बेहद पुख्ता कोशिश की |
आज चाणक्य को दुनिया भर में उनकी क्रांतिकारी और भविष्यवादी शिक्षाओं के लिए मैनेजमेंट गुरु का ख़िताब दिया गया है |