Get it on Google Play
Download on the App Store

वेदसारशिवस्तव:

श्रीगणेशाय नम: ॥

पशूनां पतिं पापनाशं परेशं गजेन्द्रस्यकृत्तिं वसानं वरेण्यम् । जटाजूटमध्ये स्फुरद्‍गांगवारि महादेवमेकं स्मरामि स्मरामि ॥ १ ॥

महेशं सुरेशं सुरारातिनाशं विभुं विश्वनाथं विभूत्यङ्गभूषम् ।

विरूपाक्षमिंद्वर्कवह्नित्रिनेत्रं सदानंद मीडे प्रभुं पञ्चवक्रम् ॥ २ ॥

गिरीशं गणेशं गले नीलकर्णं गवेंद्राधिरूढं गुणातीतरूपम् ।

भवं भास्वरं भस्मना भूषितांगं भवानीकलत्रं भजे पञ्चवक्रम ॥ ३ ॥

शिवाकांत शम्भो शशांकार्धमौले महेशान शूलिन् जटाजूटधारिन ।

त्वमेको जगव्द्यापको विश्‍वरूप प्रसीद प्रसीद प्रभो पूर्णरूप ॥ ४ ॥

परात्मानमेकं जगद्वीजमाद्यं निरीहंनिराकारमोंकारवेद्यम् ।

यतो जायते पाल्यते येन विश्‍वं तमीशं भजे लीयते यत्र विश्‍वम् ॥ ५ ॥

न भूमिर्न चापोन वह्निर्न वायुर्न चाकाशमास्ते न तन्द्रा न निन्द्रा ।

न ग्रीष्मो न शीतं न देशो न वेषो न यस्यास्ति मूर्तिस्त्रिमूर्ति तमीडे ॥ ६ ॥

अजं शाश्‍वतं कारणं कारणानां शिवं केवलं भासकं भासकानाम् ।

तुरीय तम: पारमाद्यंतहीनं प्रपद्ये परं पावन द्वैतहीनम् ॥ ७ ॥

नमस्ते नमस्ते प्रभो विश्‍वमूर्ते नमस्ते नमस्ते चिदानंदमूर्ते ।

नमस्ते नमस्ते तपो योगगम्य नमस्ते नमस्ते श्रुतिज्ञानगम्य ॥ ८ ॥

प्रभो शूलपाणे विभो विश्‍वनाथ महादेव शंभो महेशत्रिनेत्र ।

शिवाकांत शांत स्मरारे पुरारे त्वदन्यो वरेण्यो न मान्यो न गण्य: ॥ ९ ॥

शंभो महेश करुणामय शूलपाणे गौरीपते पशुपते पशुपाशनाशिन् ।

काशीपते करुणया जगदेतदेकस्त्वं हंसिपासि विदधासि महेश्‍वरोऽपि ॥ १० ॥

त्वत्तो जगद्भवति देव भव स्मरारे त्वय्येव तिष्ठति जगन्मृड विश्वनाथ ।

त्वय्येव गच्छति लयं जगदेतदीश लिङ्गात्मकं हर चराचरविश्वरूपिन् ॥ ११ ॥

इति मच्छंकराचार्य विरचितं वेदसारशिवस्तोत्रं संपूर्णम् ।

शिव स्तोत्रे

स्तोत्रे
Chapters
शिवपंचाक्षरस्तोत्र शिवकवच अथ आर्तिहरस्तोत्रम् आर्त्तत्राणस्तोत्रम् श्रीकाशीविश्वनाथसुप्रभातम् सभापतिस्तुतिः दशश्लोकी स्तुति दक्षिणामूर्तिस्तोत्र सूतसंहिता नटराजस्तोत्रम् नटेशनवरत्नमालिका नटेश पञ्चरत्न स्तोत्र नववर्णमाला पञ्चरत्नस्तुतिः शिवपंचाक्षरस्तोत्र पशुपति पञ्चास्य स्तवः प्रदोषस्तोत्रम् भृङ्गिकृतशिवस्तोत्रं शिवरहस्ये मृत्युञ्जय स्तोत्र मृत्युञ्जय स्तोत्रम् मानसोल्लास मार्गसहायलिङ्ग स्तुतिः रामनाथ-सुप्रभातम् रुद्राभिषेकस्तोत्रं शिव नीरांजनम् यमभय निवारण स्तोत्रम् शिवसूत्र शिवस्तवः शिवस्तोत्रम् कल्किकृतं शिवस्तोत्रम् उपमन्युकृतशिवस्तोत्रम् शिवस्तुति लङ्केश्वरकृत अथर्वशिरोपनिषत् शिव स्तोत्रे महिमा अथ शिवस्तोत्राणि शिवकवचम् शिवमानसपूजा शिवमहिम्न: स्तोत्रम् शिवभुजंगप्रयातस्तोत्रम् शिवषडाक्षरस्तोत्रम् शिवापराधक्षमापनस्तोत्रम् रावणकृतशिवतांडवस्तोत्रम् द्वादशज्योतिर्लिंङ्गस्तोत्रम् शिवस्तुति: पशुपत्यष्टकम् लिंगाष्टकम् वेदसारशिवस्तव: विश्‍वनाथाष्टकम् शिवनामावल्यष्टकम् प्रदोषस्तोत्राष्टकम् निर्वाणदशकम् चन्द्रशेखराष्टकम् कालभैरवाष्टकम् असितकृतशिवस्तोत्रम् हिमालयकृतस्तोत्रम् शिवाष्टकम् उमामहेश्वरस्तोत्रम् दारिद्र्य दहन शिवस्तोत्रं वेदसारशिवस्तोत्रम् शम्भुस्तोत्रम् शिवपञ्चाक्षरनक्षत्रमालास्तोत्रम् शिवप्रातःस्मरणस्तोत्रम् शिवरक्षास्तोत्रं शिवमहिमस्तोत्रम् शिवाष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् । शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे शिव स्तोत्रे