Get it on Google Play
Download on the App Store

युद्ध में खाना

कुरुक्षेत्र युद्ध के दौरान कौरवों और पांडवों का खाना एक ही स्थान पर एक ही खानसामा बनाता था और सब लोग साथ में भोजन  करते थे | युद्ध के पहले कुछ दिनों में युद्धिष्ठिर को ये देख हैरानी हुई की रोज़ सब के लिए पर्याप्त खाना होता है और कुछ बर्बाद भी नहीं होता है | क्यूंकि उस वक़्त युद्ध चल रहा था तो उसने सोचा की कैसे खानसामा को पता चलता है की दिन के अंत में कितने लोगों का खाना बनाना है |

उन्होनें खानसामा से पुछा की वह खाने की मात्रा का फैसला कैसे करते हैं | उसने जवाब दिया –“हर सुबह में कृष्ण से मिलने जाता हूँ और पूछता हूँ की कितने लोगों के लिए खाना बनाना है | वह मुझे संख्या और मात्रा बता देते हैं और में उसी हिसाब से खाना बनाता हूँ”| युधिष्ठिर उनके जवाब से हैरान रह गए और उन्हें एहसास हुआ की कृष्ण को सबका भविष्य मालूम रहता है |